सोमवार, 30 जून 2008

प्यार का जोड़ - घटाव.........

एक लड़का जो आई.आई.एम.सी का इंटरव्यू देने आया था,नया होने के बावजूद हमारे बीच काफी फेमिलियर सा हो गया। कारण था कि स्वभाव से नेक और भला लगा। उसने न जाने कहां से मैथस् के फार्मूले पर प्यार का फार्मूला समझाने लगा। उसने जो कहा वो लाजबाब लगा। कहा कि दो और दो चार नहीं पांच भी हो सकता है। दस में से दस निकाल लेने पर भी दस बचा रहता है। दरअसल यह प्यार का फार्मूला है। जिसमें जितना प्यार बांटा जाता है,उतना ही शेष बचा रहता है। काश यह बात हमारे जीवन का हिस्सा बन जाती और हम प्यार की दौलत लुटाने वाले इन्सान.............

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